सौभाग्य (Saubhagya) योजना के पूरे हुए चार साल
- सौभाग्य दुनिया के सबसे बड़े घरेलू विद्युतीकरण अभियानों में से एक है।
- यह योजना 2017 में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में देश के सभी इच्छुक घरों का विद्युतीकरण सुनिश्चित करने के लिए शुरू की गई थी।
- सरकार ने आज कहा कि प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना-सौभाग्य (Saubhagya) के तहत अब तक दो करोड़ 82 लाख घरों का विद्युतीकरण किया जा चुका है।
प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना - 'सौभाग्य (Saubhagya)'
- इस योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों के सभी घरों (APL और गरीब परिवार दोनों) और शहरी क्षेत्रों में गरीब परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन प्रदान किया जा रहा है।
- REC लिमिटेड (जो तब ग्रामीण विद्युतीकरण निगम के रूप में जाना जाता था) को सौभाग्य योजना के लिए नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया था।
योजना का उद्देश्य
- इस योजना का उद्देश्य सभी शेष गैर-विद्युतीकृत घरों को अंतिम मील संपर्क और बिजली कनेक्शन द्वारा सभी घरों तक ऊर्जा पहुंच प्रदान करना है।
- यह देश में सार्वभौमिक घरेलू विद्युतीकरण प्राप्त करने के लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को कवर करता है।
मुख्य विशेषताएं:
- आर्थिक रूप से गरीब परिवारों के लिए मुफ्त मीटर कनेक्शन और गरीबों के अलावा अन्य घरों के लिए 500 रुपये (10 मासिक किश्तों में बिजली बिलों में समायोजित) का शुल्क, जौ कनेक्शन जारी होने के बाद लगेगा।
- तुरंत पंजीकरण के लिए गांवों/गांवों के समूहों में शिविरों की स्थापना।
- लाभार्थियों की पहचान और अपेक्षित दस्तावेज सहित इलेक्ट्रॉनिक पंजीकरण के लिए मोबाइल ऐप का उपयोग।
- वेब आधारित वास्तविक समय पर निगरानी और प्रगति का अद्यतन।
- दूरस्थ/कठिन क्षेत्रों में स्थित परिवारों के लिए SPV आधारित स्टैंडअलोन प्रणाली।
- योजना और इसके लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए संचार योजना।
- कार्यान्वयन के तरीकों में राज्यों के लिए लचीलापन (विभागीय/टर्नकी/अर्ध-टर्नकी)।