राष्ट्रपति मुर्मू ने रक्षा अलंकरण समारोह 2025 में 92 विशिष्ट सेवा पदक प्रदान किए
| मुख्य पहलू | विवरण | |--------------------------------------------|------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | कार्यक्रम | रक्षा अलंकरण समारोह 2025 (चरण- II) | | तिथि | 4 जून, 2025 | | स्थान | राष्ट्रपति भवन, नई दिल्ली | | अध्यक्षता | राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू | | कुल पुरस्कार | 92 | | प्रस्तुत किए गए पुरस्कार | परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम), उत्तम युद्ध सेवा पदक (यूवाईएसएम), अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम) | | पीवीएसएम पुरस्कार विजेता | 30 | | यूवाईएसएम पुरस्कार विजेता | 5 | | एवीएसएम पुरस्कार विजेता | 57 | | प्रमुख प्राप्तकर्ता (पीवीएसएम) | लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार, लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ, वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह, एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी | | प्रमुख प्राप्तकर्ता (यूवाईएसएम) | लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, एयर मार्शल सुजीत पुष्पकर धारकर (सेवानिवृत्त) | | प्रमुख प्राप्तकर्ता (एवीएसएम) | लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र पाल सिंह, वाइस एडमिरल लोचन सिंह पठानिया, एयर मार्शल वी राजशेखर, डीजी परमेश शिवानी (आईसीजी) | | महत्व | शांति और संघर्ष दोनों समय में उत्कृष्ट सेवा, नेतृत्व और कर्तव्य के प्रति समर्पण को मान्यता देता है। भारत के रक्षा आधुनिकीकरण और सीमा अवसंरचना विकास के साथ संरेखित है। | | रक्षा बजट (2024-25) | ₹6.21 लाख करोड़ | | केंद्रित क्षेत्र | डेपसांग मैदान (चीन के साथ एलएसी) जैसे क्षेत्रों में सीमा अवसंरचना, निगरानी, सैन्य इंजीनियरिंग, और उच्च ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्रों में रसद। | | समारोह आयोजक | रक्षा मंत्रालय | | प्रतिभागी | भारतीय सशस्त्र बल, भारतीय तटरक्षक बल, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) |