SATAT योजना के तहत नई पहल
- केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने SATAT योजना के तहत कई पहलों की शुरूआत की है।
- इसमें इंडियन ऑयल, एचपीसीएल, बीपीसीएल, गेल और आईजीएल सहित तेल और गैस की बड़ी कंपनियों द्वारा एक सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर करना शामिल था।
- मंत्री जी ने 5 आगामी कम्प्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) संयंत्रों की आधारशिला भी रखी।
SATAT (सस्ती परिवहन के लिए स्थायी विकल्प)
- इस योजना का उद्देश्य कम्प्रेस्ड बायो-गैस (सीबीजी) उत्पादन संयंत्र स्थापित करना और हरित ईंधन के रूप में उपयोग के लिए सीबीजी को बाजार में उपलब्ध कराना है।
- यह योजना 1/10/2018 को शुरू की गई थी, जिसमें 2023 तक 5000 संयंत्रों से 15 एमएमटी सीबीजी के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
- अधिक किफायती परिवहन ईंधन की उपलब्धता को बढ़ावा देने की क्षमता के अलावा, 5000 सीबीजी संयंत्र 1.75 लाख करोड़ का निवेश, किसानों को एक अतिरिक्त राजस्व स्रोत, और 75,000 प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर और लाखों अप्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करेंगे।