नेपाल ने जन औषधि केंद्र स्थापित करने के लिए भारत से मदद मांगी
- नेपाल ने जन औषधि केंद्र स्थापित करने के लिए भारत से संपर्क किया है
मुख्य बिंदु:
- इससे नेपाल के नागरिकों को कम कीमत वाली ‘मेड इन इंडिया’ जेनेरिक दवाओं का लाभ मिल सकेगा।
- इससे पहले, मॉरीशस ‘जन औषधि योजना’ को अपनाने वाला पहला देश बन गया, जिससे उसे फार्मास्यूटिकल्स और मेडिकल डिवाइस ब्यूरो ऑफ इंडिया से लगभग 250 उच्च गुणवत्ता वाली दवाइयाँ प्राप्त करने में मदद मिली।
PMBJP
- प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (PMBJP) केंद्र सरकार की एक प्रमुख योजना है, जिसके तहत प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र (PMBJK) नामक समर्पित दुकानों के माध्यम से सस्ती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयाँ उपलब्ध कराई जाती हैं।
- वर्तमान में भारत भर में 10,000 से अधिक PMBJK हैं।
- केंद्र का लक्ष्य वर्ष 2023 के अंत तक पूरे भारत में 10,000 नए जन औषधि केंद्र खोलना था
- इस योजना को फार्मास्यूटिकल्स विभाग के तहत एक स्वायत्त सोसायटी, फार्मास्यूटिकल्स एंड मेडिकल डिवाइसेस ब्यूरो ऑफ इंडिया द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
- इस योजना का उद्देश्य सभी के लिए किफायती कीमतों पर गुणवत्तापूर्ण दवाइयाँ और सर्जिकल आइटम उपलब्ध कराना है और इस तरह उपभोक्ताओं/मरीजों के जेब से होने वाले खर्च को कम करना और आम जनता के बीच जेनेरिक दवाओं को लोकप्रिय बनाना है
- प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि वर्ष 2022-23 में भारतीय फार्मास्यूटिकल्स और मेडिकल डिवाइसेस ब्यूरो ने ₹1,235.95 करोड़ की बिक्री दर्ज की, जिससे नागरिकों को लगभग ₹7,416 करोड़ की बचत हुई।
प्रीलिम्स टेकअवे
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