स्वच्छ भारत मिशन के तहत इंदौर ने भारत का पहला पीपीपी ग्रीन वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट शुरू किया
| सारांश/स्थिर | विवरण | |----------------------------|---------------------------------------------------------------------------| | समाचार में क्यों? | इंदौर में भारत का पहला पीपीपी मॉडल पर हरित कचरा प्रसंस्करण संयंत्र | | शहर | इंदौर | | परियोजना प्रकार | हरित कचरा प्रसंस्करण संयंत्र | | मॉडल | सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) | | मिशन | स्वच्छ भारत मिशन-शहरी | | निजी भागीदार | एस्ट्रोनॉमिकल इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड | | स्थान | बिचोली हापसी, इंदौर | | भूमि क्षेत्र | 55,000 वर्ग फुट | | प्रतिदिन हरित कचरा | 30 टन (पतझड़ में 60-70 टन तक पहुंच सकता है) | | आईएमसी के लिए राजस्व | प्रति टन 3,000 रुपये | | अंतिम उत्पाद | लकड़ी के पेलेट, चूरा आधारित वस्तुएं, खाद | | पर्यावरणीय प्रभाव | वायु गुणवत्ता में सुधार, प्लास्टिक उपयोग में कमी | | विकल्प | कोयला और गैर-बायोडिग्रेडेबल सामग्री | | अन्य कचरा सुविधाएं | मेघदूत और सब-ग्रेड प्लांट (सिरपुर), कम्पोस्टिंग पिट्स | | महत्वपूर्ण औद्योगिक उपयोग | एनटीपीसी (बिजली उत्पादन), पैकेजिंग, फर्नीचर, उर्वरक | | प्रदूषण नियंत्रण | कचरा जलाने को रोकता है, स्वच्छता बढ़ाता है |