भारतीय नौसेना ने MV वान हाई 503 का जोखिम भरा बचाव किया
| श्रेणी | विवरण | |---|---| | घटना | भारतीय नौसेना द्वारा हवाई प्रवेश और निकासी | | जहाज का नाम | एमवी वान हाई 503 | | मुद्दा/समस्या | जहाज पर भारी आग | | स्थान | कोच्चि तट से दूर | | दिनांक | 13 जून 2025 | | इस्तेमाल किया गया विमान | आईएनएस गरुड़, कोच्चि से सीकिंग हेलीकॉप्टर | | तरीका | जलते हुए जहाज पर बचाव दल को रस्से के सहारे उतारना | | उद्देश्य | बचाव नौका 'ऑफशोर वॉरियर' को एमवी वान हाई 503 से जोड़ना, जहाज को स्थिर करना और टोइंग (towing) के लिए तैयार करना | | शामिल प्रमुख इकाइयाँ | भारतीय नौसेना इकाइयाँ: आईएनएस शारदा, आईएनएस गरुड़ से हेलीकॉप्टर दल | | सहायक जहाज | अपतटीय सहायता जहाज (OSV) एमवी ट्राइटन लिबर्टी, बचाव नौका 'ऑफशोर वॉरियर' | | समन्वय | भारतीय तटरक्षक बल और समुद्री एजेंसियों के साथ | | परिणाम | टोइंग (towing) उपकरण को सुरक्षित रूप से जोड़ना, टोइंग (towing) संचालन शुरू करना, दल को सुरक्षित रूप से निकालना, यह सुनिश्चित करना कि समुद्री यातायात के लिए कोई और खतरा नहीं है |