फरवरी 2025 में भारत का कोर सेक्टर विकास 2.9%
| श्रेणी | विवरण | |----------------------------|-----------------------------------------------------------------------------| | समाचार सारांश | फरवरी 2025 में भारत के कोर सेक्टर की वृद्धि दर घटकर 2.9% हो गई, जो पिछले पांच महीनों में सबसे कमजोर विस्तार है। केवल तीन क्षेत्रों में उत्पादन में मासिक वृद्धि देखी गई, जिनमें सीमेंट और उर्वरकों ने सालाना वृद्धि दर्ज की। इस मंदी का असर औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) पर पड़ने की उम्मीद है। | | कोर सेक्टर वृद्धि | फरवरी 2025 में 2.9% तक गिर गई, जो जनवरी 2025 के 5.1% से कम है। | | वृद्धि वाले क्षेत्र | सीमेंट (10.5%), उर्वरक (10.2%), स्टील (5.6%), बिजली (2.8%)। | | गिरावट वाले क्षेत्र | कोयला (1.7%), कच्चा तेल (-5.2%), प्राकृतिक गैस (-6%)। | | रिफाइनरी उत्पादन | 0.8% की दर से बढ़ा, जो छह महीनों में सबसे धीमी वृद्धि है। | | विनिर्माण PMI | फरवरी में 56.3 तक गिर गया, जो जनवरी 2025 के 57.7 से कम है। | | औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) | जनवरी 2025 में 5% की वृद्धि दर्ज की गई। |