केंद्र का DIKSHA ई-शिक्षा मंच AI सहायता की पेशकश करेगा
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के तहत राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) अपने मौजूदा डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर फॉर नॉलेज शेयरिंग (DIKSHA) प्लेटफॉर्म में पर्सनलाइज्ड एडेप्टिव लर्निंग (PAL) को एकीकृत करने के लिए तैयार है।
वैयक्तिकृत अनुकूली शिक्षण (PAL)
- PAL का सॉफ़्टवेयर-आधारित दृष्टिकोण प्रत्येक छात्र को उनकी अद्वितीय आवश्यकताओं और क्षमताओं के आधार पर पाठ्यक्रम के दौरान व्यक्तिगत सीखने का अनुभव प्राप्त करने की अनुमति देगा।
- राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने DIKSHA के लिए पीएएल की सुविधा के लिए एमईआईटीवाई की विशेषज्ञता मांगी है।
- PAL बनाने की प्रक्रिया में समय लगता है और तकनीक विकसित करने और इसे उपयोग के लिए उपलब्ध कराने में अभी भी तीन से चार साल लगेंगे
- बजट की कमी एक बाधा रही है।
- सीखने के परिणामों और स्कूल प्रतिधारण में सुधार पर ध्यान दें।
ज्ञान साझा करने के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचा (DIKSHA)
- यह शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है
- उद्देश्य:
- एक ऑनलाइन पोर्टल और एक मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से स्कूलों के लिए ई-सामग्री प्रदान करता है।
- इसमें दृश्य या श्रवण बाधित शिक्षार्थियों के लिए सहायक प्रौद्योगिकियाँ शामिल हैं।
- यह एक स्थिर सामग्री भंडार है।
- इसमें राष्ट्रीय और राज्य बोर्डों द्वारा उपयोग की जाने वाली डिजीटल राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) पाठ्यपुस्तकें शामिल हैं।
- यह शिक्षण वीडियो, व्याख्याताओं और अभ्यास प्रश्नों के माध्यम से 11,624 शिक्षाविदों द्वारा 2.43 लाख योगदान की मेजबानी करता है।
प्रीलिम्स टेकअवे
- ज्ञान साझा करने के लिए डिजिटल बुनियादी ढांचा (DIKSHA)
- वैयक्तिकृत अनुकूली शिक्षण (PAL)