कैबिनेट ने इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस (IBCA) की स्थापना को मंजूरी दी
- हाल ही में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत में मुख्यालय के साथ इंटरनेशनल बिग कैट अलायंस (IBCA) की स्थापना को मंजूरी दी।
इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA)
- IBCA की अवधारणा भारत के प्रधान मंत्री द्वारा 2019 में ग्लोबल टाइगर डे के दौरान पेश की गई थी।
- उद्देश्य: सात प्रमुख बड़ी बिल्लियों अर्थात बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, प्यूमा, जगुआर और चीता की सुरक्षा और संरक्षण की दिशा में प्रयासों को आगे बढ़ाना।
- इनमें से पाँच बड़ी बिल्लियाँ अर्थात बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ और चीता भारत में पाए जाते हैं।
- इसका लक्ष्य 96 बड़े कैट रेंज देशों, गैर-रेंज देशों, संरक्षण भागीदारों, वैज्ञानिक संगठनों और कॉर्पोरेट संस्थाओं को एकजुट करना है
- अनुदान
- भारत सरकार ने वर्ष 2023-24 से वर्ष 2027-28 की अवधि के लिए 150 करोड़ रुपये की एकमुश्त बजटीय सहायता आवंटित की है।
- गठबंधन अपने कोष को बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय और बहुपक्षीय एजेंसियों, वित्तीय संस्थानों और दाता एजेंसियों के योगदान का भी पता लगाएगा।
- गतिविधियाँ: ज्ञान साझा करना, क्षमता निर्माण, नेटवर्किंग, वकालत, वित्तीय सहायता, अनुसंधान, तकनीकी सहायता, शिक्षा और जागरूकता।
- गठबंधन SDG के साथ जैव विविधता नीतियों को एकीकृत करने और सभी क्षेत्रों में जैव विविधता को मुख्यधारा में लाने पर जोर देता है।
शासन और वित्त पोषण
- IBCA की शासन संरचना में सदस्यों की एक महासभा, निर्वाचित सदस्य देशों की एक परिषद और एक सचिवालय शामिल है।
- परिषद की सिफारिश पर महासभा IBCA के महासचिव की नियुक्ति करती है।
- समझौते की रूपरेखा अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) के अनुरूप तैयार की गई है और इसे अंतर्राष्ट्रीय संचालन समिति (ISC) द्वारा अंतिम रूप दिया जाएगा।
प्रीलिम्स टेकअवे
- इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस (IBCA)
- प्रोजेक्ट टाइगर
- अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA)