अमरावती में पोट्टी श्रीरामुलु की 58 फुट की प्रतिमा
| श्रेणी | विवरण | |--------------------------|---------------------------------------------------------------------------| | घोषणा | आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अमरावती में पोट्टी श्रीरामुलु की 58-फुट ऊंची प्रतिमा लगाने की घोषणा की। | | प्रतिमा का विवरण | यह प्रतिमा 1953 में आंध्र प्रदेश के गठन में श्रीरामुलु के योगदान को सम्मानित करेगी। | | पूरा होने की समय सीमा| प्रतिमा और स्मारक श्रीरामुलु की अगली जयंती से पहले पूरा किया जाएगा। | | जन्मस्थान | पदमाटीपल्ली में श्रीरामुलु के पैतृक घर को एक संग्रहालय में बदला जाएगा। | | गांव का विकास | उनके गांव में एक आधुनिक स्वास्थ्य केंद्र और उच्च विद्यालय स्थापित किया जाएगा। | | ऐतिहासिक भूख हड़ताल | श्रीरामुलु ने 58 दिनों की भूख हड़ताल (19 अक्टूबर - 15-16 दिसंबर, 1952) की, जिसमें तेलुगु भाषी राज्य की मांग की गई। | | राजनीतिक प्रभाव | उनकी मृत्यु के बाद हुए दंगों ने प्रधानमंत्री नेहरू को 1 अक्टूबर, 1953 को आंध्र प्रदेश के गठन की घोषणा करने के लिए मजबूर किया। | | भाषाई राज्य | उनके संघर्ष ने भारत में भाषाई राज्यों के गठन की मिसाल कायम की। | | प्रतिमा की प्रवृत्ति | आंध्र और तेलंगाना में हाल के आंकड़ों में 125-फुट अंबेडकर (अप्रैल 2023, हैदराबाद) और 206-फुट अंबेडकर (जनवरी 2024, विजयवाड़ा) शामिल हैं। | | चुनाव संदर्भ | बीआरएस (केसीआर) और वाईएसआरसीपी (जगन) चुनाव हार गए, जिसके कारण आंध्र प्रदेश में वर्तमान टीडीपी-नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार बनी। |